स्तोत्र ग्रन्थ

अध्याय : 1234567891011121314151617181920212223242526272829303132333435363738394041424344454647484950515253 54555657585960616263646566676869707172737475767778798081828384858687888990919293949596979899100101102103104105106107108109 110111112113114115116117118119120121122123124125126127128129130131132133134135136137138139140141142143144145146147148149150पवित्र बाईबल

स्तोत्र 6

2 (1-2) प्रभु! क्रुद्ध हुए बिना मुझे दण्ड दे, कोप किये बिना मेरा सुधार कर।

3 प्रभु! दया कर, मैं कुम्हलाता जा रहा हूँ प्रभु! मुझे स्वस्थ कर। मेरी शक्ति शेष हो रही है।

4 मेरी आत्मा बहुत घबरा रही है। लेकिन तू प्रभु! कब तक……?

5 प्रभु! लौट कर मेरे प्राणों की रक्षा कर। अपनी सत्यप्रतिज्ञता के कारण मेरा उद्धार कर।

6 मृतकों में कोई तेरा नाम नहीं लेता, अधोलोक में कोई तुझे स्मरण नहीं करता।

7 मैं आह भरते-भरते थक गया हूँ। मैं हर रात शय्या पर रोता रहता हूँ, मेरा बिछावन आँसुओं से तर हो जाता है।

8 मेरी आँखें शोक से धुँधली हो गयी हैं, मेरे बहुत-से शत्रुओं के कारण वे क्षीण हो गयी हैं।

9 कुकर्मियो! मुझ से दूर हटो; प्रभु ने मेरा विलाप सुन लिया है।

10 प्रभु ने मेरी प्रार्थना सुन ली है; प्रभु मेरा निवेदन स्वीकार करता है।

11 मेरे शत्रु निराश और भयभीत हों। वे सब लज्जित हो कर हट जायें।