स्तोत्र ग्रन्थ

अध्याय : 1234567891011121314151617181920212223242526272829303132333435363738394041424344454647484950515253 54555657585960616263646566676869707172737475767778798081828384858687888990919293949596979899100101102103104105106107108109 110111112113114115116117118119120121122123124125126127128129130131132133134135136137138139140141142143144145146147148149150पवित्र बाईबल

स्तोत्र 67

2 (1-2) ईश्वर हम पर दया करे और हमें आशीर्वाद दे। वह हम पर दयादृष्टि करे,

3 जिससे पृथ्वी पर तेरे मार्ग का और राष्ट्रों में तेरे मुक्ति-विधान का ज्ञान हो।

4 ईश्वर! राष्ट्र तुझे धन्यवाद दें। सभी राष्ट्र मिल कर तुझे धन्यवाद दें।

5 सभी राष्ट्र उल्लसित हो कर आनन्द मनायें, क्योंकि तू न्यायपूर्वक संसार का शासन करता और पृथ्वी पर राष्ट्रों का पथप्रदर्शन करता है।

6 ईश्वर! राष्ट्र तुझे धन्यवाद दें। सभी राष्ट्र मिल कर तुझे धन्यवाद दें।

7 पृथ्वी ने अपनी उपज प्रदान की। ईश्वर, हमारा ईश्वर हमें आशीर्वाद देता है।

8 ईश्वर हमें आशीर्वाद प्रदान करता रहे और समस्त पृथ्वी उस पर श्रद्धा रखे।