स्तोत्र ग्रन्थ

अध्याय : 1234567891011121314151617181920212223242526272829303132333435363738394041424344454647484950515253 54555657585960616263646566676869707172737475767778798081828384858687888990919293949596979899100101102103104105106107108109 110111112113114115116117118119120121122123124125126127128129130131132133134135136137138139140141142143144145146147148149150पवित्र बाईबल

स्तोत्र 133

1 ओह! भाइयों का एक साथ रहना कितना भला है, कितना सुखद!

2 यह सिर पर सुगन्धित तेल-जैसा है, जो दाढ़ी पर, हारून की दाढ़ी पर उतरता है। जो उसके कुरते की गरदनी तक उतरता है।

3 यह हेरमोन पर्वत की ओस-जैसा है, जो सियोन के पर्वतों पर उतरती है। प्रभु वहाँ अपना आशीर्वाद प्रदान करता है-सदा-सर्वदा बना रहने वाला जीवन।