जुलाई 24, 2023, सोमवार के पाठ
वर्ष का सोलहवाँ सामान्य सप्ताह
📒 पहला पाठ: निर्गमन ग्रन्थ: 14:15-18
प्रभु ने मूसा से कहा, ”तुम मेरी दुहाई क्यों दे रहे हो? इस्राएलियों को आगे बढ़ने का आदेश दो। तुम अपना डण्डा उठा कर अपना हाथ सागर के ऊपर बढ़ाओ और उसे दो भागों में बाँट दो, जिससे इस्राएली सूखे पाँव समुद्र की तह पर चल सकें। मैं मिस्रियों का हृदय कठोर बनाऊँगा और वे इस्राएलियों का पीछा करेंगे। तब मैं फिराउन, उसकी सेना, उसके रथ और घुड़सवार, सब को हरा कर अपना सामर्थ्य प्रदर्शित करूँगा और जब मैं फिराउन, उसकी सेना, उसके रथ और उसके घुड़सवार सब को हरा कर अपना सामर्थ्य प्रदर्शित कर चुका होऊँगा, तब मिस्री जान जायेंगे कि मैं प्रभु हूँ।”
📒सुसमाचार: संत मत्ती 12:38-42
उस समय कुछ शास्त्री और फ़रीसी ईसा से बोले, “गुरुवर! हम आपके द्वारा प्रस्तुत कोई चिन्ह देखना चाहते हैं”। ईसा ने उन्हें उत्तर दिया, “यह दुष्ट और विधर्मी पीढ़ी एक चिन्ह माँगती है, परन्तु नबी योनस के चिन्ह को छोड़ कर इसे और कोई चिन्ह नहीं दिया जायेगा। जिस प्रकार योनस तीन दिन और तीन रात मच्छ के पेट में रहा, उसी प्रकार मानव पुत्र भी तीन दिन और तीन रात पृथ्वी के गर्भ में रहेगा। न्याय के दिन निनिवे के लोग इस पीढ़ी के साथ जी उठेंगे और इसे दोषी ठहरायेंगे, क्योंकि उन्होंने योनस का उपदेश सुन कर पश्चात्ताप किया था, और देखो- यहाँ वह है, जो योनस से भी महान् है। न्याय के दिन दक्षिण की रानी इस पीढ़ी के साथ जी उठेगी और इसे दोषी ठहरायेगी; क्योंकि वह सुलेमान की प्रज्ञा सुनने के लिए पृथ्वी के सीमान्तों से आयी थी, और देखो- यहाँ वह है, जो सुलेमान से भी महान् है!