इसायाह का ग्रन्थ

अध्याय : 12345678910111213141516171819202122 •  2324252627282930313233343536373839404142434445464748495051525354555657585960616263646566 पवित्र बाईबल

अध्याय 12

1 उस दिन तुम यह कहोगे, “प्रभु! मैं तुझे धन्यवाद देता हूँ; क्योंकि तू मुझ पर क्रुद्व हुआ, किन्तु तेरा क्रोध शान्त हो गया और तू मुझे सान्त्वना देता है।

2 देखो, प्रभु मेरा उद्धरक है, वही मेरा भरोसा है। अब मैं नहीं डरता; क्योंकि प्रभु मेरा बल है और मेरे गीत का विषय। प्रभु ने मेरा उद्धार किया।“

3 तुम आनन्दित हो कर मुक्ति के स्रोत में जल भरोगे।

4 उस दिन तुम यह कहोगे, “प्रभु का धन्यवाद करो, उसका नाम घोषित करो। राष्ट्रों में उसके महान् कार्यों का बखान करो, उसके नाम की महिमा गाओ।

5 प्रभु की स्तुति करो, उसने चमत्कार दिखाये। पृथ्वी भर में उनका बखान करने जाओ।

6 सियोन की प्रजा! प्रफुल्लित हो कर आनन्द के गीत गाओ। तुम्हारे बीच रहने वाला एस्राएल का परमपावन ईश्वर महान् है।“