स्तोत्र ग्रन्थ

अध्याय : 1234567891011121314151617181920212223242526272829303132333435363738394041424344454647484950515253 54555657585960616263646566676869707172737475767778798081828384858687888990919293949596979899100101102103104105106107108109 110111112113114115116117118119120121122123124125126127128129130131132133134135136137138139140141142143144145146147148149150पवित्र बाईबल

स्तोत्र 150

1 अल्लेलूया! प्रभु के मन्दिर में उसकी स्तुति करो। उसके महिमामय आकाश में उसकी स्तुति करो।

2 उसके महान् कार्यों के कारण उसकी स्तुति करो। उसके परम प्रताप के कारण उसकी स्तुति करो।

3 तुरही फूँकते हुए, उसकी स्तुति करो। वीणा और सितार बजाते हुए उसकी स्तुति करो।

4 ढोल बजाते और नृत्य करते हुए उसकी स्तुति करो। तानपूरा और बाँसुरी बजाते हुए उसकी स्तुति करो।

5 झाँझों की ध्वनि पर उसकी स्तुति करो। विजय की झाँझों को बजाते हुए उसकी स्तुति करो।

6 सभी प्राणी प्रभु की स्तुति करें। अल्लेलूया!